GALAT Jankari bhi milti hai.
Ling kay size say stree ko farak nahi padta.
Ling jaisa bhi ho, PYAR kaise karte ho, is say stree ko trupti milti hai.
Kya ye medical science ki SACHAI aapko website par padne ko mili?
BOGUS SEX TREATMENT CAN CAUSE DEPRESSION |
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Only after you read solution for your problem you may ASK DOCTOR (Totally private)
Pahele samasya ki jankari padna. Uske baad hi koi prashn ho to puchana
ask[at]mydoctortells[dot]com. BEST SEXOLOGIST MUMBAI DOCTOR ASHOK KOPARDAY
जो बातें यंहा बताई है वह सेक्स विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक कोपर्ड़े के पास आये हुए अनगिनत पेशंट के अनुभव पर आधारित है।ऐसे नादान लड़के जिन्होंने सेक्स की समस्या के निवारण के लिए कई हजारो रूपये, बहोत दवाइयाँ , अनेक साल, अनेक डॉक्टरों से ली फिर भी उन्हें कुछ लाभ नहीं हुआ उनका अनुभव इस का आधार है और वही इस की प्रेरणा भी है। यह जानकारी देने का प्रयोजन यह है की और कोई व्यक्ति सेक्स के इलाज के नाम से दी गयी बोगस सेक्स ट्रीटमेंट की वजह से दर्दनाक डिप्रेशन से ना गुजरे। सावधान हो के पड़ना।
विषय:
कैसे पहचाने -कौनसी वेब साइट सही जानकारी दे रही है?
जो इलाज हमे बताया वह बोगस अर्थात झूठा सेक्स का इलाज है या सही है?
वेबसाइट सही या गलत जानकारी दे रही हैं
१
वेबसाइट पर कुछ बेचा जा रहा है क्या?
क्या आप को फी देकर डॉक्टर से मिलने के लिए कहा जा रहा है?
२
क्या यह किसी बाबा की , बापू, संत या स्वामी की वेबसाइट है?
BOGUS SEXOLOGIST KAISE PEHCHANE?
1. Kya is website say kuch becha ja raha hai?
2. Kya yeh sex ki dawa wali website swami, bappu, baba ki hai?
2. i)
Sant, Mahatma sex ki dawa,
sex ki power ke barey may nahi batate.
Mahatma Atma Parmatma ka Satsang karte hai
2. ii)
Kya Bappu ji ya Swami ji ke pass
Medical College say prapt Certificate aur
Doctor ka registration hai?
3. Yadi yeh Dawa bina side effect wali aur
bahot achhi hai to purey vishwa may kyon mashahur nahi
4. Ittar pramanik Website, jaise WIKIPEDIA
kya kahti hai is vishay may
5. Murkh shiromani
यह वेबसाइट बाबा, पूज्य बापु जी, स्वामीजी, योगी की है या मेडिकल डाॅक्टर की हैं?
आयुर्वेदाचार्य,
होमिओपॅथी डॉक्टर,
यूनानी डॉक्टर
या ऐलोपथी (मॉडर्न मेडिसिन) के डॉक्टर की
वेब साइट डॉक्टर की वेब साइट है। डॉक्टर की वेबसाइट हो तो अलग बात है।
संत, महात्मा जी , बापू जी, स्वामी जी या योगी महाराज की वेबसाइट हो तो कुछ बातों का आपको विचार करना पड़ेगा।
२.
१. अ )
महात्मा और आध्यात्मिक ग्रंथो ने क्या (धातु, स्वप्न दोष, इत्यादि विषयों के बारे में) नहीं कहा?
सच्चे महात्मा और सभी आध्यात्मिक ग्रंथों में कंही भी
- नाईट फाॅल के विषय में,
- नाइट फाॅल से कमजोरी और इसके इलाज के बारे में,
- धात पतला होना या गाडा होना,
- धात निकल जानेसे कमजोरी और इसका इलाज,
- लैंगिक दुर्बलता और उसका उपचार,
- समागम जितना मन चाहे उतना समय तक कर पाना,
- सेकस और मन पर पुरा नियंत्रण बना रहे ऐसी दवा,
ऐसे किसी भी विषय की
कोई भी बात नहीं है।भगवद् पाद आच्यार्य जगद्गुरु शंकराचार्य जी ऐसे विख्यात संन्यासी थे जिन्होंने प्रस्थानत्रय पर टिका लिखी
इन आध्यात्मिक ग्रंथों मे कहीं भी सेक्स पावर बडानेकी बात नही है।
श्रिमद्भगवत गीता और तुलसी रामायण आजतक वंदनिय है, जो मानो हमारे लिए बाइबल समान
है।
उनमे भी
धात के निकल जाने से कमजोरी,
नाइट फाॅल और हसतमैथुन से जो शक्ति खोइ है
ऊस शक्ति को, मर्दानी को वापस ले आने की चमत्कारिक दवा
इन बातोंका जिक्र कहीं पर भी नही।
नाइट फाॅल के दुष्परिणाम,
अत्याधिक हसतमैथुन को बंद करने कि दवा
सेक्स की ताकत पुरूष कैसे खोता हैं और
पुरि शक्ति वापस ले आने की दवा या तेल,
लिंग को मोटा करनेका तरीका और
समागम से स्री को पूरी संतुष्टि मिले ऐसी औषधि
ना कुरान में,
ना बाइबल में,
ना प्राचीन वेद शास्त्रोमे,
ना कामसूत्र मे
और
ना ही अभी के
ज्ञानेश्वरी, दासबोध, गुरूग्रंथसाहिब
ऐसे महान ग्रंथों में मिलता है।
यह सब सेक्स के ट्रीटमेंट में क्यों महत्वपूर्ण है ?
सेक्स के इलाज में इतने बोगस डॉक्टर, इतनी फालतू (कभी हानिकारक) दवाईयां, इतनी झूटी दवाइया आयुर्वेद के नाम पर, बिना साइड इफ़ेक्ट बतलाकर बेचीं जाती है की जितना आप सावधान रहो उतना कम ही है। नुक्सान आप के सेहद का होगा इस लिए सचाई जानना आप के लिए अनिवार्य है।
२
१. बी )
महात्मा और आध्यात्मिक ग्रंथ क्या कहते हैं?
संत तुलसीदास,
गुरु नानक जी,
कबीर,
संत ज्ञानेश्वर,
संत नामदेव,
संत तुकाराम,
संत रामदास,
स्वामी विवेकानंद,
स्वामी चिन्मयानन्द यह सभी आदरणीय महात्मा है। क्या इन्होने सेक्स की दवा का व्यापर किया?
यह आपको सोचना ही पड़ेगा
सोचो। सोचो जग जाओ।
नही सोचोगे तो पछताओगे।
हम सभी जानते है कि स्वार्थ प्रेरित काम के लिए ' महात्मा जैसा' दिखावा करने से ठगना, लुटना कितना आसान होता है। सन्यासी के वेष मे तो सिता माता जी का भी आसानीसे अपहरण किया गया था। क्या हमारी बुद्धि को प्रभावित करके हमे फसाना दवा बेचने वाले स्वामी, बाबा को आसान नहीं है?तात्पर्य:
तात्पर्य यह है कि जो बाबा, बापू, स्वामी कहलाते हैं वह परमात्म तत्व का सत्संग करते है।
शरीर विज्ञान शास्त्र और स्वास्थ यह डाॅक्टर का कर्म क्षेत्र है।
* * * श्री मद भगवद गीता अध्याय ३ कर्मयोग : शोल्क ३५
क्लिक करना
हस्तमैथुन के बारे में प्राचीन संस्कृत सुभाषित पड़ने के लिए क्लिक करना
२
क्या यह किसी बाबा की , बापू, संत या स्वामी की वेबसाइट है?
२
क्या जड़ी बुटी बेचने वाले बाबा, बापू स्वामी जी के पास डॉक्टरी का सर्टिफिकेट और रजिस्ट्रेशन है ?
क्या आप रेजीस्टर्ड डाॅक्टर हो?
मतलब क्या आपने पुरि पढ़ाई कर के डाॅक्टरी में डीग्री प्राप्त की है?
रेजीस्ट्रेशन के बिना उपचार करना गुन्हा है ।
दवा बेचने के लिए भी अलग रेजीस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।
बिना रजिस्ट्रेशन के कोई आदमी डॉक्टरी करता हो तो उस झुटे डॉक्टर को पकड़ा जा सकता है।
ऐसा कानून इसलिए बना है क्योंकि जब वैद्य, हकीम, डाॅक्टर प्रामाणिक डिग्री लेकर प्रशिक्षित होते है तब वह
- रोग का निदान,
- रोग का उपचार,
- कोई साइड इफेक्ट हो तो उसका उपचार
करने में निपुण होते है, उनके पास जाँच तथा इलाज के लिए
वैद्यकीय शास्त्र को जो जरुरी है वह सामग्री होती है।
अन्य कोई डॉक्टरी करें तो प्रजा को खतरा है और कानूनन अपराध है।
देसी दवा, जड़ी बूटी, याआयुर्वेद की दवा इस्तेमाल करने से साइड इफेक्ट होते हैं और रोग बडभी सकता है।इसी लिए कोई भी आयुर्वेद की दवा नही दे सकता।
वैद्य कौन?
आयुर्वेद की दवा कौन मरीजों को दे सकता है ?४ साल से अधिक आयुर्वेद मेडिकल महाविद्यालय मे पडकर, मरिजों का उपचार करके जो परिक्षा मे
ऊत्तीर्ण होते हैं केवल उन्हें आयुर्वेद का उपचार करनेकी इजाजत है।
आयुर्वेद क्या है?
आयुर्वेद एक अत्यंत उपयोगी वैद्यकीय शास्त्र है। आयुर्वेद का सही उपयोगकरने से असाध्य रोग भी ठीक हो सकते है। आयुर्वेद की दवाओं के
गलत उपयोग से व्याधि बढ़ती है। यह हि वजह है कोई भी आयुर्वेद की दवा
नहीं दे सकता। यदि हम इश्तेहार / एडवरटाइजमेंट पड़के
या किसी के कहने मात्र से दवा लें तो वह हानिकारक हो सकता है।
तभी तो आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज में अच्छी तरह पढ़ाई करना जरुरी है।
यदि आयुर्वेद की दवा का कोई साइड इफ़ेक्ट ना होता तो ५ साल क्यों कोई पढाई करता?
दवा दवा है। चाहे यूनानी की दवा हो, या आयुर्वेद की दवा हो, या मॉडर्न मेडिसिन हो
जो दवा असर (इफेक्ट) करती है वह साइड इफ़ेक्ट भी कर सकती है। इसी लिए तो पढाई
करनी पड़ती है और रजिस्ट्रेशन का होना आवश्यक है।
यह वैद्य, हाकिम और डॉक्टर के लिए बंदन कारक है।
आयुर्वेदाचार्य जो आयुर्वेद के मेडिकल महाविद्यालयों में आयुर्वेद पढ़ाते है वह कभी नहीं कहते
- यह दवा खाने से मर्दानगी आएगी,
- यह दवा खाओगे तो बचपन की गलती में खोया हुआ वीर्य वापस आएगा,
- यह दवा खाओगे तो सम्भोग कर के स्त्री को समाधान दे पाओगे वरना
- स्त्री के सामने आप फेल हो जाओगे।
आयुर्वेदाचार्य यह नहीं कहते
- आप ने बहोत ज्यादा हस्तमैथुन किया है इस लिए आप नामर्द हो जाओगे।
- आपको बचे नहीं हो सकते।
डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे ब्रह्मचर्य धात वीर्य की जानकारी
- आप स्त्री को संतुष्ट नहीं कर पाओगे।
- जो धात जाने से हानि हुई है उसके इलाज के लिए इस आयुर्वेद की दवा और इस तेल का इस्तेमाल करो,
- लिंग का आकर बढ़ाना हो तो यह जड़ी बूटी खरीदो।
पड़े लिखे, सुज्ञान आयुर्वेदाचार्य ऐसा कुछ भी नहीं कहते।
बोगस (गलत) सेक्स ट्रीटमेंट
भारत और विकसित देश में अंतर क्या है?
दवा बेचना हो या उपचार करना हो तो रजिस्ट्रेशन क्यों आवश्यक है ?
इस तरह का कानून नहीं होगा तो कोई भी व्यक्ति रोग का उपचार कर सकेगा।
मनुष्य के जान से खिलवाड़ ना हो यह देखना उस देश के सरकार की
जिम्मेदारी होती है।
जब ट्रक, मोटर आदि चलाने वाले के पास लाइसेंस
होना अनिवार्य है तो डॉक्टर के पास होना ही चाहिए।
कानून प्रजा की सुरक्षा करने के लिए है।
विलायत में , पाश्यात्य , एडवांस्ड, विकसित देशों में कानून सक्त होता है। वंहा भी जड़ी बूटी की दवा
मिलती है और उसे अच्छी तरह परखने के बाद ही बेचते है। दुर्भाग्यवश भारत में ऐसा नहीं होता।
इस लिए दवा खा कर पश्च्याते है।
आयुर्वेद, जो भारत का प्राचीन, प्रभावी, महान वैद्यकीय
चिकित्सा शास्त्र है उसपर धब्बा / कालिमा लगाने वाले बोगस झुटे डॉक्टरों से बचना।
आप को आयुर्वेद की दवा करनी हो तो आवश्य कर सकते हो। होमिओपथि या यूनानी की दवा लेनी हो तो निश्चित आप ले सकते हो। आप को लाभ भी होगा क्यों की यह विज्ञानं है।
इतना खयाल रखना की वैद्य सही है। आयुर्वेद के महाविद्यालय में पढ़ाने वाले किसी भी वैद्य के पास जा कर आप आयुर्वेद का उपचार कराके लाभान्वित हो जाएँ। इस तरह से सही डॉक्टर से इलाज कराने पर आप धोके से बच जाओगे।
३ यह दवा इतनी प्रभावशाली है तो दुनिया भर में बड़ी कंपनी इसे क्यों नहीं बेचती ?
जो दवा खोजने में (अर्थात संशोधन में ) करोडो रुपये लगा सकते है ऐसी कोई
मल्टीनेशनल कंपनी ने बाबा, बापू, चालू, बोगस डॉक्टर की दवा बनाने
या बेचने का काम नहीं किया है। सही में लाभकारी और बिना साइड इफ़ेक्ट की यह दवा होती तो क्या
यह कंपनी दवा पूरे दुनिया में नहीं बेचती? जब वायाग्रा दुनिया में बेचीं जाती है तब यह देसी दवा क्यों नहीं बेचीं जाती यह कभी सोचा है आपने ?
४ अन्य प्रमाणित वेब साईट इस के बारे में क्या कहते है ?
इतनी सारी बाते हम ने आप को बताई। फिर भी आप को और एक ऐसी बात बताएंगे जिस से आप परीक्षा कर पाओगे की वेबसाइट पर दी हुई जानकारी सही है या गलत है।विकिपीडिया में क्या बताया है वह देखना।
विकीपेडिया ऐसा ज्ञान का महाकोष है की इस में कोई जानकारी ना मिले यह मुश्किल है। इस विश्वकोश (एन्साय्क्लोपेडिआ) में दी हुई जानकारी पुरे दुनिया में सही मानी जाती है।इस ज्ञान के महा संग्रह की कई विशेषतायें है।
- १ जिस जानकारी के बारे में संदेह या सहमति ना हो उसे वंही पर स्पष्ट बतलाया जाता है।
- २ सबसे एहम बात यह है की विकिपीडिया किसी से पैसा नहीं लेती। इस लिए किसी व्यापारी या सरकारी दबाव के अंदर नहीं आती। इस लिए सच बात कहने का साहस प्रामाणिकता से कर पाती है।
- ३ विकिपीडिया की और एक विशेषता यह है की यह ज्ञानकोष किसी एक व्यक्ति ने नहीं बनाया। दुनिया में जो भी उस विषय के अधिकारी हो और उस विषय में ज्ञान का प्रभुत्व हो ऐसे प्रामाणिक ज्ञानी जानकारी देते है। वह किसी भी देश, वेष के हो, किसी भी रंग जाती के हो सिर्फ एक ही बात देखि जाती है: - क्या यह जानकारी सही है? करोड़ों लोग दुनिया भर से उसे देखते है, छान के परखते है। जानकारी सही ना हो तो विकिपीडिया से वह जानकारी निकाल दी जाती है।
अब विकिपीडिया इंटरनेट पर अनेक भाषाओं में उत्तम ज्ञान का प्रमुख साधन बन चूका है।
५.
मुर्ख शिरोमणि
क्या आप मुर्ख शिरोमणि हो?सर्दी से कैंसर तक कोई भी बीमारी हो तो समझदार लोग एम. बी. बी. एस. डॉक्टर के पास प्रथम जाते है।
क्या आप यह समझते हो की एम. बी. बी. एस. डॉक्टर को बाकि सब जानकारी होती है, केवल सेक्स के
बारे में कुछ ज्ञान नहीं होता? डॉक्टर के पास प्रसूति (डिलीवरी) के लिए भी जाते है, परन्तु
सेक्स के बारे में वह जानकारी नहीं रखते क्या ऐसी आपकी मान्यता है?
आप अपने लिंग और लैंगिक समस्या, ऐसी सेक्स की समस्या जिस से विवाह पश्च्यात दुष्परिणाम भुगतना पड़े इस तरह की कोई भी बात से यदि आप चिंतित हो
A
i) यदी आप को आयुर्वेद की दवा करनी हो तो आवश्य कर सकते हो।
आयुर्वेद के महाविद्यालय में पढ़ाने वाले किसी भी वैद्य के पास जा कर आप आयुर्वेद का उपचार कराके लाभान्वित हो जाएँ।
ii) होमिओपथि या
iii) यूनानी की दवा लेनी हो तो निश्चित आप ले सकते हो।
आप को लाभ भी होगा क्यों की यह विज्ञानं है। इतना खयाल रखना की वैद्य सही है।
इस तरह से सही डॉक्टर से इलाज कराने पर आप धोके से बच जाओगे। - See more at: http://doctortells.blogspot.in/2014/11/bogus-sex-treatment.html#sthash.yT8xpP9B.dpuf
B
हम आप को आग्रह से अनुरोध करते है की आप अपने माता पिता या घर में जेष्ट व्यक्ति को समस्या बताइये।
आप के माता पिता जैसे दुनिया में आप के कोई भी हितचिंतक नहीं है। वह आप की समस्या का निवारण करने में मदत करेंगे। आपके माता पिता आप से अधिक जानते है इतना तो आप को समज में अाना चाहिए।
उन्होंने आप को जन्म दिया है। आपकी शादी भी वह ही करवाने वाले है। अपने माता पिता को बताने में संकोच करोगे तो पछताओगे।
घर से पैसे (चुराके) लेकर महंगी फि देकर, महंगी दवा ख़रीद कर निराश होने से अछा है आप जेष्ट व्यक्ति जो आप को परिचित हो, आपके हितचिंतक हो उनकी समझदारी का लाभ ले।
C
आप से यह भी आग्रह पूर्वक कहूँगा की यदि आपके मन में शंका हो और आप निर्णय नहीं कर पा रहे हो की वेबसाइट पर दी हुई जानकारी सही है या वेबसाइट पर दी हुई बात सही नहीं है तो किसी एम बी बी एस डॉक्टर से सल्ला लो।
आप आयुर्वेदकीय मेडिकल कॉलेज में पढ़ाने वाले प्रशिक्षित आयुर्वेदाचार्य से मिलो और उनकी राय लो।
आप गलत वेबसाइट पर, गलत परन्तु प्रभावशाली बात के बहकावे में आकर स्ययं का, अपने मूल्यवान समय का, अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का, आपके पास जो एक ही लिंग है उसका, लिंग के कार्यक्षमता का और आपके धन का नुक्सान ना करें यह आप से प्रार्थना है।
जो भी ऊपर आप ने पड़ा उसका केवल यह एक ही प्रयोजन है आप बोगस ट्रीटमेंट से बचे।
* * * Karma Yog: ||Yoga of Action||
"Better is one own duty though devoid of qualities than others duty perfectly situated. To die while performing one duty is better. To follow others duty is inviting the great fear (of bondage.)
[Chapter 3 verse 35]
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